हम पीने में माहिर हैं, हमारे लिए गम क्या गम की बात क्या
हम तो ऐसे बेवड़े हैं जो दिन निकलते ही पी लेते हैं
हमारे लिए दिन क्या रात क्या
हम तो ऐसे बेवड़े हैं जो दिन निकलते ही पी लेते हैं
हमारे लिए दिन क्या रात क्या