Hindi.Khamenei.ir


Гео и язык канала: не указан, не указан
Категория: не указана


News, messages, and statements from Ayatullah Khamenei, Iran's Supreme Leader
hindi.Khamenei.ir

Связанные каналы

Гео и язык канала
не указан, не указан
Категория
не указана
Статистика
Фильтр публикаций


🔸 अमरीकी ग़'ज़ा में जारी ज़ायोनियों के अपराधों में शरीक हैं। अगर उनकी सामरिक व राजनैतिक मदद न हो तो ज़ायोनी सरकार अपनी कार्यवाहियां जारी रख पाने के क़ाबिल नहीं रहेगी।
इमाम ख़ामेनेई 
6 नवम्बर 2023


🌐 हमे सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter


🔸 ज़ायोनी सरकार के हमलों के शुरुआती दिनों में ही सारे साक्ष्यों से जंग की मुहिम को आगे ले जाने में अमरीका की प्रत्यक्ष भूमिका साबित हो गई और जंग को जैसे जैसे वक़्त गुज़र रहा है ज़ायोनी सरकार के अपराधों को लीड करने में अमरीका के सीधे किरदार के सुबूत और भी ज़ाहिर होते जा रहे हैं।
इमाम ख़ामेनेई
6 नवम्बर 2023

🌐 हमें सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter


🔸 अमरीकी ग़ज़ा में जारी ज़ायोनियों के अपराधों में शरीक हैं। अगर उनकी सामरिक व राजनैतिक मदद न हो तो ज़ायोनी सरकार अपनी कार्यवाहियां जारी रख पाने के क़ाबिल नहीं रहेगी।
इमाम ख़ामेनेई
6 नवम्बर 2023

🌐 हमें सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter


🔸 इराक़ इलाक़े के अहम मुल्क की हैसियत से ग़ज़ा में आम नागरिकों का क़त्ले आम रुकवाने के सिलसिले में अमरीका और ज़ायोनी हुकूमत पर सियासी दबाव डालने में ख़ास रोल अदा कर सकता है और अरब जगत और इस्लामी दुनिया में एक नई पंक्ति पैदा कर सकता है।
इमाम ख़ामेनेई 
6 नवम्बर 2023

🌐 हमें सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter


🔸 ग़ज़ा में क़त्ले आम रुकवाने के लिए अमरीका और ज़ायोनी हुकूमत पर इस्लामी दुनिया की तरफ़ से सियासी दबाव बढ़ाना चाहिए।
इमाम ख़ामेनेई 
6 नवम्बर 2023

🌐 हमें सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter


📷 इराक़ के प्रधानमंत्री मुहम्मद शिया अल-सूदानी  की इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात

🌐 हमें सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter


🔰 इराक़ के प्रधान मंत्री की इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात

🔻 इराक़ के प्रधान मंत्री श्री मुहम्मद शिया अल-सूदानी और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार 6 नवम्बर की सुबह इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयातुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।

🌐 हमें सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter


अहकाम
सोशल मीडिया पर सलाम के जवाब का हुक्म

❓ सवालः अगर किसी ने ख़त या सोशल मीडिया के ज़रिए सलाम किया है तो क्या उसके सलाम का जवाब वाजिब है?

🔻 जवाबः बुनियादी तौर पर सलाम का जवाब, आमने सामने मुलाक़ात, टेलीफ़ोन पर बातचीत या इस तरह की बातचीत के अलावा वाजिब नहीं है।

🌐 हमे सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter


🔰 हमास के नेता इस्माईल हनीया ने आयतुल्लाह ख़ामेनेई से की मुलाक़ात

🔻 हमास आंदोलन की राजनैतिक शाखा के प्रमुख इस्माईल हनीया ने अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ तेहरान में  इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।

🔸 इस्माईल हनीया ने इस मुलाक़ात में ग़ज़ा पट्टी के ताज़ा हालात और ज़ायोनी शासन के जघन्य अपराधों की रिपोर्ट पेश की और वेस्ट बैंक के हालात के बारे में भी बताया।

🔸 इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने इस मुलाक़ात में ग़ज़ा की जनता के सब्र व दृढ़ता की सराहना करते हुए अमरीका के सीधे सहयोग और कुछ पश्चिमी देशों के समर्थन से जारी ज़ायोनी शासन के अपराधों पर गहरा दुख जताया। उन्होंने क़ाबिज़ ज़ायोनियों के मुक़ाबले में फ़िलि'स्तीन की रेज़िस्टेंस फ़ोर्सेज़ का समर्थन करने के ईरान के दो टूक स्टैंड को दोहराया।

🔸 आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने ज़ोर देकर कहा कि इस्लामी देशों और अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं को गंभीरता से क़दम उठाना चाहिए, ग़ज़ा के अवाम की इस्लामी देशों की तरफ़ से भरपूर और व्यवहारिक मदद की जानी चाहिए।

🌐 हमें सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter


🎙️ बक़ौल इमाम ख़ुमैनी
पैग़म्बरे इस्लाम ने राजनीति की बुनियाद धर्म पर रखी है

🔻 साम्राज्यवाद की प्रोपैगन्डा मशीनरी और जो लोग साम्राज्यवाद के पिट्ठू हैं वो मुसलमानों के लिए राजनीति में हस्तक्षेप को सही नहीं समझते जबकि पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम ने राजनीति की बुनियाद धर्म पर रखी है। पैग़म्बरे इस्लाम ने शासन क़ायम किया और राजनीति के सेंटर क़ायम किए। वह राजनीति जो इस्लाम के आग़ाज़ में थी वह विश्व स्तरीय राजनीति थी। पैग़म्बरे इस्लाम, इस्लामी राजनीति की ओर लोगों को बुलाते थे और (इसी बुनियाद पर) आपने शासन क़ायम किया था। यह साम्राज्यवाद की प्रोपैगंडा मशीनरी, इस्लाम को जड़ से उखाड़ने में लगी हुयी है और इस्लाम के ढांचे को, इसकी मूल शिक्षाओं से ख़ाली कर देना चाहते हैं। इस्लाम के आग़ाज़ में राजनैतिक मसले, मस्जिद में अवाम के ज़रिए, नमाज़े जुमा के इमाम के ज़रिए हल किए जाते थे और जं'ग की योजना इसी (मस्जिद) में तैयार की जाती थी।
इमाम ख़ुमैनी
2/1/1983

🌐 हमें सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter






Видео недоступно для предпросмотра
Смотреть в Telegram
🎥 अमरीका बेगुनाहों के क़त्ल में शामिल

🔻 अमरीका यक़ीनन मुजरिमों के जुर्म में शामिल है यानी इन अपराधों में अमरीका के हाथ कोहनियों तक मज़लूमों, बच्चों, बीमारों और औरतों के ख़ून में डूबे हुए हैं, रंगीन हैं। दरअस्ल वही एक तरह से इन अपराधों को निर्देशित कर रहा है जो ग़ज़ा में हो रहे हैं।
1 नवम्बर 2023


🌐 हमे सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter




💠 दरस-ए-अख़लाक़
अल्लाह के दर पर जाना चाहिए ताकि दूसरों के सामने गिड़गिड़ाना न पड़े

🔻 इंसान सिर से पांव तक ज़रूरतमंद है, इन ज़रूरतों से छुटकारा और इन ज़रूरतों की पूर्ति के लिए किससे कहें? अल्लाह से; क्योंकि वह हमारी ज़रूरतों को जानता है, अल्लाह जानता है कि आप क्या चाहते हैं, क्या ज़रूरी है; और कौन सी चीज़ आप उससे मांग रहे हैं और सवाल कर रहे हैं। तो अपने अल्लाह से मांगिए। अल्लाह फ़रमाता हैः मुझसे दुआ करो। यानी मुझको पुकारो मैं तुमको जवाब देता हूं, अलबत्ता यह जवाब देना, ज़रूरत पूरी कर देने के मानी में नहीं है, फ़रमाता हैः मैं तुमको जवाब देता हूं और लब्बैक कहता हूं। “मैं तुम्हारी दुआ क़ुबूल करुंगा” निश्चित तौर पर अल्लाह की तरफ़ से जवाब बहुत से मौक़ों पर हाजत पूरी होने और जो कुछ आपने अल्लाह से चाहा है उसके पूरे होने की सूरत में आता है। इंसान ज़रूरतमंद है और उन ज़रूरतों को पूरा करने का वह मुतालेबा करता है, अल्लाह के दर पर जाना चाहिए ताकि दूसरों के सामने गिड़गिड़ाना न पड़े।
इमाम ख़ामेनेई
17/2/1995

🌐 हमें सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter


🔸आख़िरी विजय जो ज़्यादा दूर नहीं, फ़िलिस्तीनी अवाम और फ़िलिस्तीन की होगी।
इमाम ख़ामेनेई 
1 नवम्बर 2023


🌐 हमे सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter




🔸  ज़ायोनी शासन लाचार और बौखलाया हुआ है। अपने अवाम से भी झूठ बोल रहा है। अपने क़ैदियों के बारे में उनका चिंता ज़ाहिर करना भी झूठ है। जो बमबारी कर रहे हैं उसमें अपने क़ैदियों को भी क़त्ल कर रहे हैं।

🌐 हमे सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter


🔸  पश्चिमी नेताओं की बेशर्मी है कि फ़िलिस्तीनी संघर्षकर्ताओं को जो अपने वतन की रक्षा कर रहे हैं, आतंकवादी कहते हैं। दूसरे विश्व युद्ध में जर्मनों ने पैरिस पर क़ब्ज़ा कर लिया था, उस वक़्त जर्मनों के ख़िलाफ़ लड़ने वाले फ़्रांसीसी आतंकवादी थे?

🌐 हमे सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter


🔸  अगर अमरीका की मदद न हो तो ज़ायोनी शासन चंद दिनों में ही 'पैरालाइज़्ड' हो जाएगा।

🌐 हमे सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें:
khamenei.ir | Instagram | Facebook | YouTube | Twitter

Показано 20 последних публикаций.

219

подписчиков
Статистика канала