TGStat
TGStat
Введите текст для поиска
Расширенный поиск каналов
Russian
Язык сайта
Russian
English
Uzbek
Вход на сайт
Каталог
Каталог каналов и чатов
Поиск каналов
Добавить канал/чат
Рейтинги
Рейтинг каналов
Рейтинг чатов
Рейтинг публикаций
Рейтинги брендов и персон
Аналитика
Поиск по публикациям
Мониторинг Telegram
Важно для рекламодателей
Теперь с помощью ИИ можно искать целевые каналы
Найти каналы
реклама
Надо было вчера
Про PR и креатив с неожиданных ракурсов и с юмором
Стать креативным
реклама
Знать бы прикуп
Почитать и послушать
Собрать дань
реклама
Статистика
Избранное
Dwarkadhish
@Status_Dwarkadhis
Гео и язык канала:
не указан, не указан
Категория:
не указана
All New Dwarkadhish Status
Any Queries Or Cross Promotion Please Contact
@NinjaKingBot
Связанные каналы
Гео и язык канала
не указан, не указан
Категория
не указана
Статистика
Избранное
Это ваш канал?
Подтвердить
История канала
Фильтр публикаций
Выбрать месяц
Ноябрь 2021
Октябрь 2021
Сентябрь 2021
Август 2021
Июль 2021
Июнь 2021
Май 2021
Скрывать удаленные
Скрывать репосты
Dwarkadhish
9 Nov 2021, 13:45
Открыть в Telegram
Поделиться
Пожаловаться
https://t.me/Lootera_Loot
Lootera Loot
📌 All Loots And Offers Available Here 🤑 📌 Bug, Campaign, Deposit Offer Etc. 📌 New Trick 📌 Free Products And Deals 📌 #PromoCodes 📌 Daily #Flipkart And #Amazon Quiz Answers For any query 📮 @Lootera_Loot_Bot
👍
❤️
👎
56
0
0
Dwarkadhish
30 Sep 2021, 12:29
Открыть в Telegram
Поделиться
Пожаловаться
आज का श्लोक भगवद्गीता से
अध्याय 6 : ध्यानयोग
श्लोक 6.38
कच्चिन्नोभयविभ्रष्टश्छिन्नाभ्रमिव नश्यति ।
अप्रतिष्ठो महाबाहो विमूढो ब्रह्मणः पथि ॥३८॥
भावार्थ
हे महाबाहु कृष्ण! क्या ब्रह्म-प्राप्ति के मार्ग से भ्रष्ट ऐसा व्यक्ति आध्यात्मिक तथा भौतिक दोनों ही सफलताओं से च्युत नहीं होता और छिन्नभिन्न बादल की भाँति विनष्ट नहीं हो जाता जिसके फलस्वरूप उसके लिए किसी लोक में कोई स्थान नहीं रहता?
तात्पर्य
उन्नति के दो मार्ग हैं | भौतिकतावादी व्यक्तियों की अध्यात्म में कोई रूचि नहीं होती, अतः वे आर्थिक विकास द्वारा भौतिक प्रगति में अत्यधिक रूचि लेते हैं या फिर समुचित कार्य द्वारा उच्चतर लोकों को प्राप्त करने में अधिक रूचि रखते हैं | यदि कोई अध्यात्म के मार्ग को चुनता है, तो उसे सभी प्रकार के तथाकथित भौतिक सुख से विरक्त होना पड़ता है | यदि महत्त्वाकांक्षी ब्रह्मवादी असफल होता है तो वह दोनों ओर से जाता है | दूसरे शब्दों में, वह न तो भौतिक सुख भोग पाता है, न आध्यात्मिक सफलता ही प्राप्त कर सकता है | उसका कोई स्थान नहीं रहता, वह छिन्न-भिन्न बादल के समान होता है | कभी-कभी आकाश में एक बादल छोटे बादलखंड से विलग होकर बड़े खंड से जा मिलता है, किन्तु यदि वह बड़े बादल से नहीं जुड़ता तो वायु उसे बहा ले जाती है और वह विराट आकाश में लुप्त हो जाता है | ब्रह्मणः पथि ब्रह्म-साक्षात्कार का मार्ग है जो अपने आपको परमेश्र्वर का अभिन्न अंश जान लेने पर प्राप्त होता है और वह परमेश्र्वर ब्रह्म, परमात्मा तथा भगवान् रूप में प्रकट होता है | भगवान् श्रीकृष्ण परमसत्य के पूर्ण प्राकट्य हैं, अतः जो इस परमपुरुष की शरण में जाता है वही सफल योगी है | ब्रह्म तथा परमात्मा-साक्षात्कार के माध्यम से जीवन के इस तथ्य तक पहुँचने में अनेकानेक जन्म लग जाते हैं (बहूनां जन्मनामन्ते) | अतः दिव्य-साक्षात्कार का सर्वश्रेष्ठ मार्ग भक्तियोग या कृष्णभावनामृत की प्रत्यक्ष विधि है |
👍 1
❤️
👎
202
0
0
Показано
2
последних публикаций.
Показать больше
31
подписчиков
Статистика канала