पार्थ की लापरवाही की वजह से आतंकवादियों से लड़ रहे उसके पिता इंस्पेक्टर रमेश के इलाज में देरी होती है और उनकी जान चली जाती है। पार्थ को पढ़ाई छोड़ के पुलिस में एक मामूली सी नौकरी करनी पड़ती है। उसे आखिरी निशानी के तौर पर मिलती है पिता की एक जादुई अंगूठी। पर यह अंगूठी पार्थ की जिंदगी में वरदान बनेगी या अभिशाप? जानने के लिए सुनते रहिए सुपर कॉप पार्थ!
*SUPER COP PARTH
JOIN NOW 👇👇👇
*SUPER COP PARTH