sankata mata का मंदिर*
रानी कटरा में माता sankata mata का मंदिर हैऔर 600 साल पुराने इस मंदिर में स्थापित संकटा देवी की मूर्ति की यह विशेषता है,कि संकटा देवी की यह मूर्ति दिन में तीन रूप बदलती है.
सुबह के समय संकटा देवी बालरूप में
दोपहर के समय संकटा देवी यौवन अवस्था में
शाम के समय संकटा देवी प्रौढ़ावस्था में दिखाई देती है
sankata mata कश्मीरियों की कुल देवी के रूप में विख्यात हैं.रानी कटरा में यह मंदिर जहां पर स्थित है पहले इस मोहल्ले को कश्मीरी मोहल्ला कहा जाता था .यह मंदिर कब स्थापित किया गया, इसके बारे में कोई भी सही पर्याप्त जानकारी नहीं है.भूल-भुलैया का निर्माण कराते समय आसिफुद्दौला को इस मंदिर के बारे में पता चला थाऔर तब पहली बार इस मंदिर का जीर्णोद्धार आसिफुद्दौला ने कराया थाऔर दूसरी बार इस मंदिर का जीर्णोद्धार राजा उमराव ने कराया था.
रानी कटरा में माता sankata mata का मंदिर हैऔर 600 साल पुराने इस मंदिर में स्थापित संकटा देवी की मूर्ति की यह विशेषता है,कि संकटा देवी की यह मूर्ति दिन में तीन रूप बदलती है.
सुबह के समय संकटा देवी बालरूप में
दोपहर के समय संकटा देवी यौवन अवस्था में
शाम के समय संकटा देवी प्रौढ़ावस्था में दिखाई देती है
sankata mata कश्मीरियों की कुल देवी के रूप में विख्यात हैं.रानी कटरा में यह मंदिर जहां पर स्थित है पहले इस मोहल्ले को कश्मीरी मोहल्ला कहा जाता था .यह मंदिर कब स्थापित किया गया, इसके बारे में कोई भी सही पर्याप्त जानकारी नहीं है.भूल-भुलैया का निर्माण कराते समय आसिफुद्दौला को इस मंदिर के बारे में पता चला थाऔर तब पहली बार इस मंदिर का जीर्णोद्धार आसिफुद्दौला ने कराया थाऔर दूसरी बार इस मंदिर का जीर्णोद्धार राजा उमराव ने कराया था.