Forward from: 『🖊️🖋️कलम-ए-इश्क🖋️🖊️』
•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
अध्याय-६ 👀 "दृष्टि से ही दृश्यम है" 🎑
स्वागत है आपका "दृष्टि से ही दृश्यम है" के एक नए अध्याय में,
अगर अब तक आपने पिछले अध्याय नहीं नहीं पढ़े है तो जाइए पढ़िए ,
चैनल की पिन पोस्ट के जरिए होते हुए अभी पढ़े पुराने अध्याय 😊
🌱स्वागत नई जिंदगी का🌱
अब तक आपने जाना दृश्यम का कोचिंग जाना और इधर एक बच्ची का जन्म ,
बच्ची की माँ का देहांत हो जाने के बाद बच्ची अनाथ आश्रम में है। और कल्पेश के परिवार को पता चला कि उनके पिता देश के लिए शहीद हो गए।
🎗️ "स्वागत नई जिंदगी का" 🎗️
💐------------अब आगे--------------💐
कल्पेश और मधु घर🏘 आ चुके थे ,मधु ने वरुण को दूध🥛 पिलाकर सुला दिया था, और वरुणा भी अपने कमरे मै सो 🛌चुकी थी।
मधु जब से घर आई थी थोड़ी गुमसुम😐 सी थी,
तो कल्पेश ने थोड़ा रोमांटिक☺️ होते हुए पूछा ,
क्या हुआ प्रिए तुम इतना आज बदली बदली क्यू हो।
सहसा मधु ने ये सुनते ही कल्पेश से सीधे कहा -
मधु - हमें उस बच्ची 👧को गोद ले लेना चाहिए।
कल्पेश - कौन बच्ची , कहीं तुम उसकी ही तो बात नहीं कर रही ( कल्पेश अब नॉर्मल बात कर रहा था )🧐
मधु - हा कल्पेश मुझे लगता है उस बच्ची को हमें गोद ले लेना चाहिए।😇😇
कल्पेश - मधु ये क्या कह रही हो हम कैसे संभालेंगे और अभी तो वरुण भी छोटा है।🤨
मधु - हा कल्पेश इसीलिए तो कह रही और वो बच्ची भी तो कितनी प्यारी है।🥰
कल्पेश - सुबह बात करते है एक बार फिर से ओके अभी सो जाओ।
🧐🍀🌱☘🌱☘🌱🌱☘🌱🧐
कुछ घंटे पहले हॉस्पिटल में --
डॉक्टर - वो भी ठीक है बेचारी।
मधु - बेचारी क्यू कहा आपने।
डॉक्टर - अनाथ आश्रम में जो पलेगी बढ़ेगी ।
मधु - क्यूँ उसके माँ बाप कहाँ गए।
डॉक्टर - बस माँ थी जन्म देने के बाद ही उसकी मृत्यु हो गई।
और कोई साथ था ही नहीं, बच्ची के पिता दो महीने पहले ही देश के लिए जान गवा दिए।
कल्पेश - देश के लिए मतलब वो आर्मी में थे क्या
डॉक्टर - जी कल्पेश जी।
कल्पेश - तो उनके परिवार का कोई तो होगा।
डॉक्टर - पता नहीं मगर शायद ना हो क्योंकि होता तो कोई तो साथ आता इनके ।
मधु - डॉक्टर साहब बच्ची किस अनाथ आश्रम में है।
डॉक्टर - क्यूं आप क्यों पूछ रहे? वैसे child care orphan center में है
मधु - ओके डॉक्टर चलो कल्पेश अब।
💫✨✨💫✨✨💫✨✨💫✨
हॉस्पिटल 🏥 से निकलने के बाद
कल्पेश और मधु घर की तरफ रवाना 🚘हुए। परन्तु आधी रास्ते के बाद कल्पेश ने मधु से कहा, " मधु चलोगी देखने अनाथ आश्रम में।🏢
मधु ने कहा हाँ चलिए।
💫✨✨💫✨✨💫✨✨💫✨
मधु और कल्पेश सीधे अनाथ आश्रम के ऑफिस में गए, वहां पर उनकी मुलाकात मिसेज ढिल्लन से हुई जो उस अनाथ आश्रम की केयर टेकर के साथ साथ इंचार्ज भी थी।
कल्पेश - मैम यहां पर कल एक सिटी हॉस्पिटल से बच्ची आई है, उसको हम मिलना चाहते है।
मिसेज ढिल्लन- जी मगर आप क्यूं मिलना चाहते है ।
मधु ने पूरी बात बताई कि उसे कैसे पता चला उस बच्ची के बारे में।
मिसेज ढिल्लन- जी इस बच्ची के पिता कर्नल कुणाल अभी 3 महीने पहले बॉर्डर पर शहीद हो गए, इनके घर में बस ये दो लोग ही रहते थे कुणाल और और उनकी पत्नी रीटा ।
कुणाल भी अनाथ आश्रम में पले बढ़े होने कि वजह से इस बच्ची का कोई परिवार नहीं जिसकी वजह से ये यहां पर है।
उसके बाद मिसेज ढिल्लन कल्पेश और मधु को उस बच्ची से मिलवाते है।
वो बच्ची बहुत ही खूबसूरत थी, आंखो में जैसे पूरा ब्रह्माण्ड दिखता हो,
वो बच्ची उस वक्त सो रही थी।
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
वर्तमान
जब मधु और कल्पेश घर आकर सोने की तैयारी में ही थे । कल्पेश ने कहा सुबह उठकर बात करेंगे ।
सुबह हुई जब तो मधु ने वरुणा को तैयार किया और कल्पेश के लिए खाना बनाकर दोनों को भेज दिया ।
कल्पेश ऑफिस और वरुणा अपने स्कूल।
तब तक वरुण जग गया था वो रोने लगा ,
मधु ने उसे चुप कराया और सुला दिया।
🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂
दोपहर में मधु के फोन 📲 की बेल बजती है,
फोन पर कल्पेश था।
मधु - जी।
कल्पेश - मधु तैयार हो जाओ और रिक्सा पकड़ कर child care orphan center आ जाओ।
मधु - क्या सोचा अपने।
कल्पेश - हम उस बच्ची को गोद लेंगे।।
🙄-----❓❔❓------🙄
क्या मिसेज ढिल्लन इस बच्ची को कल्पेश के परिवार को देंगी?
क्या ये बच्ची कल्पेश के परिवार में कोई परिवर्तन लाने वाली है?
क्या वरुणा इस बच्ची को अपनी बहन मानेगी?
क्या होगा जब इस बच्ची की जिंदगी में दृश्यम आयेगा?
जानने के लिए बने रहिए।।
और पढ़ते रहिए हमारे चैनल के कोट्स शायरियां और सपोर्ट करते रहिए।।
लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
🖊️☕𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 ☕🖊️
अध्याय-६ 👀 "दृष्टि से ही दृश्यम है" 🎑
स्वागत है आपका "दृष्टि से ही दृश्यम है" के एक नए अध्याय में,
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🌱स्वागत नई जिंदगी का🌱
अब तक आपने जाना दृश्यम का कोचिंग जाना और इधर एक बच्ची का जन्म ,
बच्ची की माँ का देहांत हो जाने के बाद बच्ची अनाथ आश्रम में है। और कल्पेश के परिवार को पता चला कि उनके पिता देश के लिए शहीद हो गए।
🎗️ "स्वागत नई जिंदगी का" 🎗️
💐------------अब आगे--------------💐
कल्पेश और मधु घर🏘 आ चुके थे ,मधु ने वरुण को दूध🥛 पिलाकर सुला दिया था, और वरुणा भी अपने कमरे मै सो 🛌चुकी थी।
मधु जब से घर आई थी थोड़ी गुमसुम😐 सी थी,
तो कल्पेश ने थोड़ा रोमांटिक☺️ होते हुए पूछा ,
क्या हुआ प्रिए तुम इतना आज बदली बदली क्यू हो।
सहसा मधु ने ये सुनते ही कल्पेश से सीधे कहा -
मधु - हमें उस बच्ची 👧को गोद ले लेना चाहिए।
कल्पेश - कौन बच्ची , कहीं तुम उसकी ही तो बात नहीं कर रही ( कल्पेश अब नॉर्मल बात कर रहा था )🧐
मधु - हा कल्पेश मुझे लगता है उस बच्ची को हमें गोद ले लेना चाहिए।😇😇
कल्पेश - मधु ये क्या कह रही हो हम कैसे संभालेंगे और अभी तो वरुण भी छोटा है।🤨
मधु - हा कल्पेश इसीलिए तो कह रही और वो बच्ची भी तो कितनी प्यारी है।🥰
कल्पेश - सुबह बात करते है एक बार फिर से ओके अभी सो जाओ।
🧐🍀🌱☘🌱☘🌱🌱☘🌱🧐
कुछ घंटे पहले हॉस्पिटल में --
डॉक्टर - वो भी ठीक है बेचारी।
मधु - बेचारी क्यू कहा आपने।
डॉक्टर - अनाथ आश्रम में जो पलेगी बढ़ेगी ।
मधु - क्यूँ उसके माँ बाप कहाँ गए।
डॉक्टर - बस माँ थी जन्म देने के बाद ही उसकी मृत्यु हो गई।
और कोई साथ था ही नहीं, बच्ची के पिता दो महीने पहले ही देश के लिए जान गवा दिए।
कल्पेश - देश के लिए मतलब वो आर्मी में थे क्या
डॉक्टर - जी कल्पेश जी।
कल्पेश - तो उनके परिवार का कोई तो होगा।
डॉक्टर - पता नहीं मगर शायद ना हो क्योंकि होता तो कोई तो साथ आता इनके ।
मधु - डॉक्टर साहब बच्ची किस अनाथ आश्रम में है।
डॉक्टर - क्यूं आप क्यों पूछ रहे? वैसे child care orphan center में है
मधु - ओके डॉक्टर चलो कल्पेश अब।
💫✨✨💫✨✨💫✨✨💫✨
हॉस्पिटल 🏥 से निकलने के बाद
कल्पेश और मधु घर की तरफ रवाना 🚘हुए। परन्तु आधी रास्ते के बाद कल्पेश ने मधु से कहा, " मधु चलोगी देखने अनाथ आश्रम में।🏢
मधु ने कहा हाँ चलिए।
💫✨✨💫✨✨💫✨✨💫✨
मधु और कल्पेश सीधे अनाथ आश्रम के ऑफिस में गए, वहां पर उनकी मुलाकात मिसेज ढिल्लन से हुई जो उस अनाथ आश्रम की केयर टेकर के साथ साथ इंचार्ज भी थी।
कल्पेश - मैम यहां पर कल एक सिटी हॉस्पिटल से बच्ची आई है, उसको हम मिलना चाहते है।
मिसेज ढिल्लन- जी मगर आप क्यूं मिलना चाहते है ।
मधु ने पूरी बात बताई कि उसे कैसे पता चला उस बच्ची के बारे में।
मिसेज ढिल्लन- जी इस बच्ची के पिता कर्नल कुणाल अभी 3 महीने पहले बॉर्डर पर शहीद हो गए, इनके घर में बस ये दो लोग ही रहते थे कुणाल और और उनकी पत्नी रीटा ।
कुणाल भी अनाथ आश्रम में पले बढ़े होने कि वजह से इस बच्ची का कोई परिवार नहीं जिसकी वजह से ये यहां पर है।
उसके बाद मिसेज ढिल्लन कल्पेश और मधु को उस बच्ची से मिलवाते है।
वो बच्ची बहुत ही खूबसूरत थी, आंखो में जैसे पूरा ब्रह्माण्ड दिखता हो,
वो बच्ची उस वक्त सो रही थी।
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वर्तमान
जब मधु और कल्पेश घर आकर सोने की तैयारी में ही थे । कल्पेश ने कहा सुबह उठकर बात करेंगे ।
सुबह हुई जब तो मधु ने वरुणा को तैयार किया और कल्पेश के लिए खाना बनाकर दोनों को भेज दिया ।
कल्पेश ऑफिस और वरुणा अपने स्कूल।
तब तक वरुण जग गया था वो रोने लगा ,
मधु ने उसे चुप कराया और सुला दिया।
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दोपहर में मधु के फोन 📲 की बेल बजती है,
फोन पर कल्पेश था।
मधु - जी।
कल्पेश - मधु तैयार हो जाओ और रिक्सा पकड़ कर child care orphan center आ जाओ।
मधु - क्या सोचा अपने।
कल्पेश - हम उस बच्ची को गोद लेंगे।।
🙄-----❓❔❓------🙄
क्या मिसेज ढिल्लन इस बच्ची को कल्पेश के परिवार को देंगी?
क्या ये बच्ची कल्पेश के परिवार में कोई परिवर्तन लाने वाली है?
क्या वरुणा इस बच्ची को अपनी बहन मानेगी?
क्या होगा जब इस बच्ची की जिंदगी में दृश्यम आयेगा?
जानने के लिए बने रहिए।।
और पढ़ते रहिए हमारे चैनल के कोट्स शायरियां और सपोर्ट करते रहिए।।
लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
🖊️☕𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 ☕🖊️