Who is Real God?


Channel's geo and language: not specified, not specified
Category: not specified


Get the Solution of Human life's Every Impossible Problem by Knowing & Worshipping the Real God..!💖
All Certified Information about Real God..!👌
For Questions or Doubts :- @TheMoodRISER

Related channels

Channel's geo and language
not specified, not specified
Category
not specified
Statistics
Posts filter


"सतगुरू मिले तो इच्छा मेटै"
अगर आपको सतगुरू मिलने के बाद में भी, शौक - मौज, लोक दिखावा और आडंबर आदि करने का मन होता है तो; यकीन मानिए, अभी आप सच्चे और दृढ़ भगत नहीं बने हो । 🙏🏻 सत साहेब जी ।


भक्त के लक्षण :

भक्त के 16 गुण (आभूषण)
परमेश्वर कबीर जी ने कहा कि हे धर्मदास! भवसागर यानि काल लोक से निकलने के लिए भक्ति की शक्ति की आवश्यकता होती है। परमात्मा प्राप्ति के लिए जीव में सोलह (16) लक्षण अनिवार्य हैं। इनको आत्मा के सोलह सिंगार (आभूषण) कहा जाता है।

1. ज्ञान 2. विवेक 3. सत्य 4. संतोष 5. प्रेम भाव 6. धीरज 7. निरधोषा (धोखा रहित) 8. दया 9. क्षमा 10. शील 11. निष्कर्मा 12. त्याग 13. बैराग 14. शांति निज धर्मा 15. भक्ति कर निज जीव उबारै 16. मित्र सम सबको चित धारै।

भावार्थ:- परमात्मा प्राप्ति के लिए भक्त में कुछ लक्षण विशेष होने चाहिऐं। ये 16 आभूषण अनिवार्य हैं।

1. तत्त्वज्ञान 2. विवेक 3. सत्य भाषण 4. परमात्मा के दिए में संतोष करे और उसको परमेश्वर की इच्छा जाने 5. प्रेम भाव से भक्ति करे तथा अन्य से भी मृदु भाषा में बात करे 6. धैर्य रखे, सतगुरू ने जो ज्ञान दिया है, उसकी सफलता के लिए हौंसला रखे फल की जल्दी न करे 7. किसी के साथ दगा (धोखा) नहीं करे 8. दया भाव रखे 9. भक्त तथा संत का आभूषण क्षमा भी है। शत्रु को भी क्षमा कर देना चाहिए 10. शील स्वभाव होना चाहिए। 11. भक्ति को निष्काम भाव से करे, सांसारिक लाभ प्राप्ति के उद्देश्य से नहीं करे 12. त्याग की भावना बहुत अनिवार्य है 13. बैराग्य होना चाहिए। संसार को असार तथा अपने जीवन को अस्थाई जानकर परमात्मा के प्रति विशेष लगाव होना मोक्ष में अति आवश्यक है 14. भक्त का विशेष गुण शांति होती है, यह भी अनिवार्य है 15. भक्ति करना यानि भक्ति करके अपने जीव का कल्याण कराऐं 16. प्रत्येक व्यक्ति के साथ मित्र के समान व्यवहार करना चाहिए।

ये उपरोक्त गुण होने के पश्चात् सत्यलोक जाया जाएगा। इनके अतिरिक्त गुरू की सेवा, गुरू पद्यति में विश्वास रखे। परमात्मा की भक्ति और संत समागम करना अनिवार्य है।

" जो युवा लोग हंसकर चलते हैं, ज्यादा सजते हैं, आकर्षित करने के लिए चश्मा पहनते हैं, लुभावने कपड़े पहनते हैं, कुछ ज्यादा ही अजीब चाल चलते हैं, अकड़ कर और शरीर को दिखा कर चलते हैं; वो भगत नहीं होते हैं । उनको ढेड़ (काफिर) कहा जाता है । भगत को एकदम सादा और आडंबर से दूर रहना चाहिए । " --> सतगुरू वचन (सन्त रामपाल जी महाराज)

1.

https://www.facebook.com/SatlokTv24/videos/459197886531635/?mibextid=rS40aB7S9Ucbxw6v

2.
https://www.facebook.com/share/v/EvqePyvxP5fLwN3G/?mibextid=oFDknk


" जो युवा लोग हंसकर चलते हैं, ज्यादा सजते हैं, आकर्षित करने के लिए चश्मा पहनते हैं, लुभावने कपड़े पहनते हैं, कुछ ज्यादा ही अजीब चाल चलते हैं, अकड़ कर और शरीर को दिखा कर चलते हैं; वो भगत नहीं होते हैं । उनको ढेड़ (काफिर) कहा जाता है । भगत को एकदम सादा और आडंबर से दूर रहना चाहिए । " --> सतगुरू वचन (सन्त रामपाल जी महाराज)










😍


विश्व का सबसे बड़ा भंडारा 😍😍🙏🏻🙏🏻


सांसारिक प्रेम, सिर्फ आपको दुःख दे सकता है और भक्ति में भी बाधक हो सकता है ।
"नकली और नाशवान पति से शादी करने से अच्छा है; परमात्मा को पति बनाओ। बाकी नकली पतियों की तरह, उसकी मृत्यु नहीं होती है ।" -- कबीर परमेश्वर की भक्त मीरा बाई 🙏🏻




और वास्तव मे सिर्फ संत रामपाल जी महाराज जी ही कबीर परमेश्वर को पूरा जानने में समर्थ है!😍

इसका मतलब कबीर परमेश्वर ही संत रामपाल जी महाराज के रूप मे गुरु भूमिका निभा रहे है 🙏🏻🙏🏻

और भी प्रमाण जानने के लिए सुनते रहिए संत रामपाल जी महाराज जी के मंगल प्रवचन।

सत साहेब 🙏🏻🙇🏻🙇🏻‍♀


भक्त के लक्षण :-

आडंबर और बकबाद करने वाले; भगत नहीं होते हैं ।
https://www.facebook.com/share/v/EvqePyvxP5fLwN3G/?mibextid=oFDknk






सामवेद संख्या न. 822 अध्याय 3 खंड न. 5 श्लोक न. 8 में प्रमाण है कि वह पूर्ण परमात्मा सच्चे भक्त की यदि मृत्यु निकट है तो उसकी आयु में वृद्धि कर उसकी उम्र बढ़ा देता है।
उस समर्थ पूर्ण परमात्मा के विषय में जानने के लिए पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।

देखें साधना टीवी रोजाना रात्रि 7:30 बजे।


Video is unavailable for watching
Show in Telegram


🙏🏻🙏🏻


📯 सत्संग की आधी घडी
और तप के वर्ष हज़ार।।
तोह भी बराबर है नहीं
कहे कबीर विचार।।📯

समय निकालकर सत्संग अवश्य सुनें और अपने सद्ग्रन्थों में छिपे गूढ़ रहस्यों को जानें जो अब तक हम जान नहीं पाये


https://youtu.be/mipJZNHQYf0?si=PKfQ-e8Rbk3FsXUz


"चिंता तो सतनाम की, और ना चिंता दास ।
जो कोई चिंता नाम बिना, सोहे काल की फांस । । "

20 last posts shown.

44

subscribers
Channel statistics