Suno
मेरे महबूब के आते ही
महफिल मैं जान आ गई
उसकी आमद से रोशन
महफिल की शान बढ़ गई
रुख से पर्दा हटा और होंटों
पर जुबान आ गई
बज्म मैं वो इस अदा से
नगमा सुना कर गई
के दिल हमारा वो जोर से
धड़का कर गई
इशारा नजरो से किया
मेरा कतल वो सरे आम
कर गई
irfan...✍️
मेरे महबूब के आते ही
महफिल मैं जान आ गई
उसकी आमद से रोशन
महफिल की शान बढ़ गई
रुख से पर्दा हटा और होंटों
पर जुबान आ गई
बज्म मैं वो इस अदा से
नगमा सुना कर गई
के दिल हमारा वो जोर से
धड़का कर गई
इशारा नजरो से किया
मेरा कतल वो सरे आम
कर गई
irfan...✍️