स्वदेशी आंदोलन राजीव दीक्षित


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स्वदेशी अपनाओ देश बचाओ🙏🏻🙏🏻
@swadeshiandolanrajivdixit
इस चैनल का उद्देश्य है --
सभी भारतवासी स्वदेशी वस्तुओं का इस्तेमाल करे जिससे कि भारत का विकास तेजी से हो🙏🏻🙏🏻🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳

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Forward from: ब्रह्मचर्य
*RTI में खुलासा - Vaxइन मे गाय के रक्त का प्रयोग हुआ है।*

जो हिन्दूओ को भरोषा नही होता कि vaxइन मे गाय के बछड़े का खून है और जो फिर भी बेपरवाह होकर गौद्रोही बन लगा रहे है वो लोग इस वीडियो को सरकार तक ले जाकर इस RTI पर प्रतिक्रिया लें कि क्यों राम मंदिर को बनाने का ढोंग करने वालो ने भगवान राम कृष्ण के लोगो को गाय का रक्त पिला दिया...😡

https://youtu.be/2sVFoKEkcvo


Forward from: अमित आर्यावर्त (भारत योगी)
Video is unavailable for watching
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देखिए और समझिए देश में क्या मूर्खता चल रही है, सच्चे देश भगत लोग काफी पहले से बोल रहे हैं मास्क से रोग बढ़ता है फेफड़े कमजोर होते हैं ओर फिर आपको निमोनिया हुआ खांसी हुई ज्यादा तो आप बच्चे हो या बड़े रोग ज्यादा नुकसान करेगा शरीर में,

अब देखिए नई गाइड लाइन बच्चो को मास्क लगाना नही है तो पिछले साल से जो ना समझ माता पिता अपने बच्चों को मास्क लगा रहे थे उनके अच्छे स्वास्थ्य की गारंटी कोन लेगा क्या ये भारत का स्वास्थ्यविभाग इसकी जिमेदारी लेगा

भारत की आम जनता केवल भेड़ बकरी है जो भी इनको आदेश देदो ये उफ तक नही करेंगे सर झुका कर मानेंगे चाहे परिणाम कुछ भी हो, वाह रे मूर्खो

मास्क किसी के लिए भी सही नही होता पर ये बात समझ लो वैसे भी तुम छोटी सांस लेते हो जिससे फेफड़े तुम्हारे अच्छे से खुलते नही ओर मास्क वाले के फेफड़े तो खुल ही नही सकते अच्छे से उल्टा शरीर की छोड़ी दूषित हवा का अधिकतर भाग वापस शरीर में जाकर हानी ही करेगा


Forward from: Vaidic Physics
अन्यथा विनाश निश्चित है
(विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष)

◼️ जिन्होंने भूमि, जल, वायु को प्रदूषित किया व कर रहे हैं।
◼️ जो स्थूल प्रदूषण को हटाने का ढोंग करके सूक्ष्म व अधिक घातक प्रदूषण को फैला रहे हैं।
◼️ जो नाना प्रकार के प्राणियों व वनस्पतियों की प्रजातियों को नष्ट कर चुके हैं व कर रहे हैं।
◼️ जो रेडियेशन के द्वारा आकाश को तथा मांस-मछली-अण्डे आदि खाकर भूमि, जल, वायु एवं मनस्तत्व को प्रदूषित कर रहे हैं।
◼️ जो प्राकृतिक आपदाओं को आमन्त्रित करते तथा नाना प्रकार के विषाणु आदि बनाकर संक्रामक रोग फैलाकर स्वयं पृथिवी के सम्राट् बनना चाहते हैं।
◼️ जो विषैली दवा, रासायनिक उर्वरक व कीटनाशक दवाइयाँ बनाकर सर्वत्र विष घोल रहे हैं।
◼️ जो काम, क्रोध, हिंसा, घृणा, शोक की घातक तरंगें फैलाकर सम्पूर्ण मानव सभ्यता को नष्ट करने के खलनायक बने हुए हैं।
◼️ जो लोग नाना तकनीकों के विकास से सम्पूर्ण प्राणियों के विनाश के कारण बनते जा रहे हैं।
◼️ जो न ‘पर्यावरण’ शब्द का अर्थ समझते हैं और न ‘प्रदूषण’ शब्द की सूक्ष्म व गम्भीर समझ रखते हैं।

आज वे लोग विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का नाटक करके मानव समाज को छल रहे हैं।

वे लोग पर्यावरण संरक्षण के उपायों पर ऐसे ही भाषण दे रहे हैं, जैसे कोई अंधा दूसरे अंधे को अथवा एक अंधा किसी नेत्रवान् को मार्ग दिखाने का नाटक कर रहा हो अथवा कोई शराबी शराबमुक्ति पर तथा कोई दुराचारी ब्रह्मचर्य पर भाषण दे रहा हो।

इस कारण विश्वभर के बुद्धिमान् व सच्ची मानवता को समझने व उससे प्रेम करने वाले मित्रो!


यदि आप पर्यावरण को संरक्षित रखना व इस पृथिवी को बचाना चाहते हैं, तो -


◼️ गोघृत व उत्तमोउत्तम सामग्री से यज्ञ करो।
◼️ शाकाहार व दुग्धाहार अपनाओं एवं मांस, अण्डे, मछली व मादक पदार्थों का बहिष्कार करो।
◼️ अहिंसा, करुणा, प्रेम, सत्य, ब्रह्मचर्य जैसे गुणों को धारण करो।
◼️ वृक्षों की रक्षा करो और अपनी आवश्यकताओं को कम से कम करके प्रकृति के निकट रहने का स्वभाव बनाओ।
◼️ गौ आधारित, कृषि व अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ो।
◼️ ऐलोपैथी से हर सम्भव बचने का प्रयत्न करके आयुर्वेद, योग व प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाओं।
◼️ नास्तिकता की मूर्खता को त्याग विशुद्ध वैज्ञानिक वैदिक मार्ग पर चलाना सीखो।
◼️ वर्तमान कथित विकास के पागलपन को त्याग कर प्राचीन वैदिक जीवन शैली को अपनाओ।

तभी विश्व पर्यावरण दिवस मनाना सार्थक होगा, अन्यथा विनाश निश्चित है।


✍️ आचार्य अग्निव्रत नैष्ठिक




महामारी का षडयंत्र.pdf
2.0Mb
महामारी का षडयंत्र.pdf


*जिसको अभी भी भीतर में....*
*कोरोना....महामारी लगती है।*
*वैक्सीन....ही अमृत लगता है।*
*उनके लिए प्रस्तुत है......*
*सभी प्रमाणों के साथ जैन आचार्य मुनि की यह छोटी सी पुस्तक एकबार संपूर्ण पढ़ ले...सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।*
*कुछ धार्मिक संस्थाओं कि वैक्सीन के प्रति जो अंधश्रद्धा है वह भी चली जाएगी।*
*आज की दासी-राजसत्ता की कोरोना-तानाशाही का भी प्रपंच दूर हो जायेगा।*
*केवल एकबार पढ़ के तो देखो....* 👇👇👇👇




Forward from: ब्रह्मचर्य
Photo from ओ३म्🚩🚩


Forward from: Unknown
आयुर्वेद व एलोपैथी का अंतर समझने के लिए एक चैनल में हुई डिवेट से समझिए।

पैनल मे बैठे IMA के डॉक्टर्स भी बाबा के हमउम्र है
बाबा के बाल काले,चेहरे पर तेज, शरीर चर्बी मुक्त, आंखे चश्मा विहीन है
दोनो एलोपैथी डॉक्टर्स चश्मा के मोहताज, थुलथुले व सफेद बाल वाले है

बाबा मुस्करा कर उत्तर दे रहे वह दोनो चीख चिल्ला रहे हैं।

बस यही अंतर है आयुर्वेद व एलोपैथ मे






Forward from: ईश्वर आत्मा प्रकृति
कौन है - स्वामी रामदेव

◾ वर्तमान में कौन व्यक्ति है, जिसने आयुर्वेद एवं यौगिक चिकित्सा को विश्वव्यापी बनाया?
◾ कौन है जिसने 2014 में काले धन व भ्रष्टाचार के मुद्दे पर केन्द्रीय सत्ता को उखाडने तथा मोदी जी की सरकार बनाने में सबसे बड़ी भूमिका निभायी?
◾ कौन है जिसने करोड़ों लोगों को स्वस्थ रहने की पद्धति सिखायी और घर बैठे लोग स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं?
◾ कौन है जो विदेशी कम्पनीज् को टक्कर दे रहा है?

इन सबका एक ही उत्तर होगा कि वह व्यक्ति है - स्वामी रामदेव

आज जो व्यक्ति योग व आयुर्वेद के नाम से भडक रहे हैं, उन्हें श्वांस लेना व घरों में मसालों का खाना बन्द कर देना चाहिए, क्योंकि श्वांस लेने व भोजन की सही पद्धति योग व आयुर्वेद ही सिखाते हैं। कोरोनिल व अन्य आयुर्वेदिक औषधियों से मेरे कितने ही परिजन बिना किसी ऐलोपैथी औषधी के पूर्ण स्वस्थ हुए हैं व हो रहे हैं और स्वयं मैं भी। इसके लिए कोई आयुर्वेद को क्या, प्रमाण पत्र देगा?

आज स्वामी जी द्वारा पूछे गये पच्चीस प्रश्नों का उत्तर न देकर गाली देने का जो दौर चल रहा है, उससे लगता है कि अब सच्चे विज्ञान का युग समाप्त होकर जंगलीपन का युग आने वाला है। हाँ, स्वामी जी को भी चाहिए कि वे अपनी भाषा को संयमित रख कर युक्ति व प्रमाणों के आधार पर ही बात करें तथा अच्छे ऐलोपैथी चिकित्सकों का सम्मान भी करें। ईश्वर जंगलराज से संसार को बचाए और मेरे देश के कथित प्रबुद्धों को सद्बुद्धि प्रदान करे।

जब आई.एम.ए. प्रमुख जे. ए. जयलाल जीसस द्वारा कोरोना ठीक करने की बात करते हों और कोई डॉक्टर या कथित प्रबुद्ध विरोध न करें, तब समझ लेना चाहिए कि उनका कथित विज्ञान ईसायत के प्रचार का एक साधन मात्र बन सकता है, जिसका विज्ञान से कोई लेना देना नहीं है। हिन्दुओं के अन्धविश्वासों पर प्रहार करने वाले क्या इस विषय में कुछ बोलेंगे?

✍️ आचार्य अग्निव्रत नैष्ठिक






इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें सभी तक पहुंचाएं,, सरकार कुछ नही कर पाएगी हमे ही कुछ करना होगा

https://youtu.be/jxWoAme-nBM


A Veer Dhara Kai Jaag Jara | Bhai Rajiv Dixit | Baba ramdev ji | Swadeshi Geet


Forward from: Vaidic Physics
सम्भलो, ऐसा न हो कि देर हो जाये

एक सामान्य व्यक्ति भी अपना प्रयोग असफल रहने पर दूसरा प्रयोग करता है, परन्तु हमारे कथित वैज्ञानिक व सरकारें बार-बार रोग को बढ़ाने अथवा उन्हें रोकने में असफल रहने वाले कष्टदायी प्रयोगों को दोहरा रहे हैं। ऐसे कथित विशेषज्ञों के सहारे देश भयंकर त्रास से जूझ रहा है। कोई भी परम्परागत चिकित्सा व जीवनशैली अपनाने की बात नहीं सोच रहा।

क्या हम आज वास्तव में स्वतंत्र हैं अथवा कोई विदेशी शक्ति इस देश को चला रही है? यदि ऐसा है, तब हम भारतीयों का क्या कर्तव्य है, यह सब को गम्भीरता से सोचना होगा। कहीं भय ने हमारी बुद्धि को हर तो नहीं लिया है?

आज देश को चाहिए कि इस जैविक युद्ध में धैर्यपूर्वक अपने बल पर आयुर्वेद, होम्योपैथिक एवं योग-प्राकृतिक आदि चिकित्सा तथा वेदोक्त जीवन शैली का मार्ग अपनाएँ। शरीर नश्वर है, इसके लिए धर्म का त्याग कभी न करें। शरीर की रक्षा भी विवेक के साथ करें आवश्यकता है इच्छा शक्ति की। ध्यान रहे संसार को कभी न कभी योग आयुर्वेद पर ही आना होगा। क्योंकि यह वर्तमान कथित वैज्ञानिक पद्धति हमें जीवित नहीं रहने देगी। इसलिए जितना शीघ्र हो सके अपनी प्राचीन शैली पर आ जाएँ, ऐसा न हो कि सब कुछ मिटने के बाद फिर आने के लिए विवश होना पड़े।

✍️ आचार्य अग्निव्रत नैष्ठिक





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