मैंने देखी एक बन्द खिड़की
मैं वहाँ से जीवन चाहता था
पर मैं उसे खोल नही सकता था
मैं बस उम्मीद से उसे देखता रह गया
और फिर अचानक एक रात हवा ने
खिड़की खोल दी
और खिड़की से बहकर आने लगा
अपनापन
अब खिड़की,कमरा,दरवाजे और मैं
सब एक हो गए हैं
उम्मीद ने हमेशा से ही अपने रास्ते बनाये हैं!
मैं वहाँ से जीवन चाहता था
पर मैं उसे खोल नही सकता था
मैं बस उम्मीद से उसे देखता रह गया
और फिर अचानक एक रात हवा ने
खिड़की खोल दी
और खिड़की से बहकर आने लगा
अपनापन
अब खिड़की,कमरा,दरवाजे और मैं
सब एक हो गए हैं
उम्मीद ने हमेशा से ही अपने रास्ते बनाये हैं!