सियासत का तेरा सिक्का है लेकिन अब नहीं चलता
ये बाजार- ए मोहब्बत है यहाँ मजहब नही चलता
मदारी की नही फनकार की कीमत यहाँ पर है
यहाँ पर शेर सुनते है यहाँ करतब नही चलता
ये बाजार- ए मोहब्बत है यहाँ मजहब नही चलता
मदारी की नही फनकार की कीमत यहाँ पर है
यहाँ पर शेर सुनते है यहाँ करतब नही चलता