Репост из: badsah sayar🕺🏻
मोहब्बत का कोई कसूर नहीं था, उसे तो तुझसे रूठना ही था,
दिल तेरा शीशे सा साफ और शीशे का अंजाम तो टूटना ही था।😆😆😆
दिल तेरा शीशे सा साफ और शीशे का अंजाम तो टूटना ही था।😆😆😆