डिप्रेशन क्यो ???
श्रीकृष्ण से कितना कुछ छूटा..!
पहले माँ छूटी, फिर पिता छूटे..!
संगी-साथी छूटे.. राधा भी छूटीं।
फिर जो नंद-यशोदा मिले, वे भी छूटे.।
गोकुल छूटा, फिर मथुरा छूटी.।
श्रीकृष्ण से जीवन भर, कुछ न कुछ
छूटता ही रहा.!
नहीं छूटा तो देवत्व, मुस्कान और सकारात्मकता.।
श्रीकृष्ण दुःख नहीं, उत्सव के प्रतीक हैं।
सब कुछ छूटने पर भी, कैसे खुश रहा जा सकता है
यह, 'श्री कृष्ण' से अच्छा कोई नहीं सिखा सकता.!
इसलिए हमेशा खुश रहें, सदा मुस्कुराते रहें..🍁🙌
राधे राधे ❤🙌
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