हैरान हूँ कि दर्दे दिल तुमसे सहा कैसे जाता है
जान निकल जाये तो किसी से रहा कैसे जाता है,
इश्क इबादतों में जीना फिर घुट घुट के ज़हर पीना,
अब तुम मुझे भूल जाओ तुमसे कहा कैसे जाता है।
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जान निकल जाये तो किसी से रहा कैसे जाता है,
इश्क इबादतों में जीना फिर घुट घुट के ज़हर पीना,
अब तुम मुझे भूल जाओ तुमसे कहा कैसे जाता है।
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