बन गया हूं अभिमन्यु,
अपने ही महाभारत में,
कौरवों से घिरा हूं,
नजरें राह देख रही श्री कृष्ण के आस में
।। हे कृष्ण ।।
अपने ही महाभारत में,
कौरवों से घिरा हूं,
नजरें राह देख रही श्री कृष्ण के आस में
।। हे कृष्ण ।।