#Daily_Mantra
एक दिन दो मित्र
काफी अरसे बाद एक दूसरे से मिले,
एक मित्र ने दूसरे से सहज ही पूछ लिया:
🤱🏻मां कैसी है?
कुछ पल चुप रहने के बाद दूसरा मित्र बोला:
अच्छी है, दो वर्ष से वृद्धाश्रम में है।
आज उनका जन्मदिन है,
मिलकर आया हूं।
फिर उसने पहले मित्र से पूछा:
तुम्हारी मां तुम्हारे साथ ही रहती है?
तब उसने दिल को छू देने वाली बात कही...
उसने कहा:
मैं अभी इतना बड़ा नहीं हुआ कि
अपनी मां को रख सकूं,
मैं ही मां के पास रहता हूं, जन्म से।
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प्रेरणा दयाक विचार ™
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एक दिन दो मित्र
काफी अरसे बाद एक दूसरे से मिले,
एक मित्र ने दूसरे से सहज ही पूछ लिया:
🤱🏻मां कैसी है?
कुछ पल चुप रहने के बाद दूसरा मित्र बोला:
अच्छी है, दो वर्ष से वृद्धाश्रम में है।
आज उनका जन्मदिन है,
मिलकर आया हूं।
फिर उसने पहले मित्र से पूछा:
तुम्हारी मां तुम्हारे साथ ही रहती है?
तब उसने दिल को छू देने वाली बात कही...
उसने कहा:
मैं अभी इतना बड़ा नहीं हुआ कि
अपनी मां को रख सकूं,
मैं ही मां के पास रहता हूं, जन्म से।
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