जो बात दिल में है बतलाऊं कैसे?
जो हाल-ए-दिल है, समझाऊं कैसे?
दिल की बात सुनाती है ये आंखें
इन में तुम बसे हो, दिखलाऊं कैसे?
साथ तेरे जिंदगी गुजारनी है मुझे
बात ये तेरे लबों से, बुलवाऊं कैसे?
इतना आसां नही साथ चल दे दोनों
दुनिया का ये रिवाज,उल्टाए कैसे?
जो हाल-ए-दिल है, समझाऊं कैसे?
दिल की बात सुनाती है ये आंखें
इन में तुम बसे हो, दिखलाऊं कैसे?
साथ तेरे जिंदगी गुजारनी है मुझे
बात ये तेरे लबों से, बुलवाऊं कैसे?
इतना आसां नही साथ चल दे दोनों
दुनिया का ये रिवाज,उल्टाए कैसे?