" मुकददर वही कातिल जो निगाह मे तस्वीर बना दे यार की ,
यूँ तो हर ख्वाब मोहब्बत की दहलिज पे एक गूमनाम नशा हैं "
@Dearzindagi01
यूँ तो हर ख्वाब मोहब्बत की दहलिज पे एक गूमनाम नशा हैं "
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