एक चेहरे पर दूसरा चेहरा लिये घूम रहा है,
यार मेरा हर एक का दामन चुम रहा है,
ये इश्क़ नही जुनून है साहब,
फ़रेबी आंखों से फ़रेबी सपने बुन रहा है।
#परवीन
यार मेरा हर एक का दामन चुम रहा है,
ये इश्क़ नही जुनून है साहब,
फ़रेबी आंखों से फ़रेबी सपने बुन रहा है।
#परवीन