आपातकाल के प्रकार एवं प्रभाव 🔰
🔷 अनुच्छेद 352 राष्ट्रीय आपात
▪️ राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान संघ और राज्यो के बीच शक्ति का विभाजन समाप्त हो जाता है। और संघ राज्य सूची के विषय पर भी विधि का निर्माण कर सकती है।
▪️भारत की संघात्मक प्रणाली एकात्मक रूप में कार्य करने लगती है।
▪️अब तक राष्ट्रीय आपात का प्रयोग तीन बार किया गया है।
🔷 अनुच्छेद 356 राज्य आपात
▪️ राष्ट्रपति शासन में राज्य विधानसभा भाग कर दी जाती हैं और शक्तियों का विभाजन भी समाप्त हो जाता है
▪️भारत की शासन प्रणाली एकात्मकता स्वरूप ग्रहण कर लेती है।
▪️ अब तक राष्ट्रपति शासन का प्रयोग 120 से अधिक बार किया जा चुका है।
🔷 अनुच्छेद 360 वित्तीय आपात
▪️वित्तीय आपात में संघ और राज्यो के मध्य करों का विभाजन स्थापित कर दिया जाता है।
▪️ संघ एवं राज्य के अधीन कार्यरत सभी व्यक्तियों के वेतन एवं भत्तों में कटौती की जा सकती है। इसके अन्तर्गत उच्चतम एवं उच्च न्यायालय के न्यायाधीश भी शामिल हैं।
▪️वित्तीय आपात का प्रयोग अब तक एक बार भी नहीं किया गया है
🔷 अनुच्छेद 352 राष्ट्रीय आपात
▪️ राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान संघ और राज्यो के बीच शक्ति का विभाजन समाप्त हो जाता है। और संघ राज्य सूची के विषय पर भी विधि का निर्माण कर सकती है।
▪️भारत की संघात्मक प्रणाली एकात्मक रूप में कार्य करने लगती है।
▪️अब तक राष्ट्रीय आपात का प्रयोग तीन बार किया गया है।
🔷 अनुच्छेद 356 राज्य आपात
▪️ राष्ट्रपति शासन में राज्य विधानसभा भाग कर दी जाती हैं और शक्तियों का विभाजन भी समाप्त हो जाता है
▪️भारत की शासन प्रणाली एकात्मकता स्वरूप ग्रहण कर लेती है।
▪️ अब तक राष्ट्रपति शासन का प्रयोग 120 से अधिक बार किया जा चुका है।
🔷 अनुच्छेद 360 वित्तीय आपात
▪️वित्तीय आपात में संघ और राज्यो के मध्य करों का विभाजन स्थापित कर दिया जाता है।
▪️ संघ एवं राज्य के अधीन कार्यरत सभी व्यक्तियों के वेतन एवं भत्तों में कटौती की जा सकती है। इसके अन्तर्गत उच्चतम एवं उच्च न्यायालय के न्यायाधीश भी शामिल हैं।
▪️वित्तीय आपात का प्रयोग अब तक एक बार भी नहीं किया गया है