『🖊️🖋️कलम-ए-इश्क🖋️🖊️』 dan repost
•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
जो आया ही नहीं था,
गया वो छोड़ कर ,
ना जाने फिर भी क्यूं,
ये दर्द ये अश्क है आंखों में,
दुनिया में ना सही मगर
वो मेरा अपना था।।
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
🖊️☕𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 ☕🖊️
जो आया ही नहीं था,
गया वो छोड़ कर ,
ना जाने फिर भी क्यूं,
ये दर्द ये अश्क है आंखों में,
दुनिया में ना सही मगर
वो मेरा अपना था।।
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
🖊️☕𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 ☕🖊️