हॉट बुर की सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी चढ़ती जवानी में मेरी बुर को लंड की जरूरत महसूस हुई. मैंने दीदी की चुदाई वीडियो भी देखी. मैंने बुर की प्यास कैसे बुझवाई.
सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. मैं स्नेहा 21 साल की एक जवान लड़की हूं और गदराए बदन की मालकिन हूं।
मुझे ऐसा लगता है कि सभी को अपनी पहली चुदाई हमेशा याद रहती है, तो आज मैं अपनी पहली चुदाई का अनुभव आप सभी के साथ बांटना चाहती हूं।
यह मेरी हॉट बुर की पहली सेक्स कहानी है इसलिए आप सभी मुझसे हुई गलती को माफ करें.
बात उस समय की है जब मैं जवानी को छू चुकी थी यानि कि जब मैं 19 साल की होने को थी.
इस कहानी को लड़की की सेक्सी आवाज में सुनें.
मेरे घर में मेरी मां, पापा और हम दो बहनें और एक भाई है. बड़ी बहन शुरूआत से ही शहर में रूम लेकर पढ़ाई कर रही थी. पापा ने पढ़ाई के लिए मुझे भी गांव से शहर दीदी के पास भेज दिया।
शहर आने के बाद मैंने कॉलेज में एडमिशन लिया और तैयारी के लिए कोचिंग में दाखिला ले लिया.
वहीं पहली बार मेरी मुलाकात मेरी सील तोड़ने वाले मेरे आशिक़ से हुई.
उसका नाम आदित्य था. उसका कद 5.10 फीट था और लंड 7 इंच लम्बा और करीबन 3 इंच मोटा था. जबकि मेरी फिगर साइज 32-26-33 का था.
मेरी पढ़ाई शुरू होने के बाद में हम दोनों की दोस्ती बढ़ गई और हम अक्सर पढ़ाई के बाद साथ में अपने रूम पर लौटते.
उसका रूम भी हमारी ही कॉलोनी में था जहां हम रहते थे. बात है 3 साल पहले की जब आदित्य को पहली बार मैंने हवस की नजर से अपनी ओर देखते हुए पाया था.
कारण भी आपको बता देती हूं. दरअसल उस दिन मैंने एक बहुत ही टाइट जीन्स पहनी हुई थी और वो मेरी गांड में ऐसी फंसी थी कि उसने मेरी बुर को भी अलग से उभार दिया था.
उस दिन मुझे कदम रखने में दिक्कत हो रही थी. मेरी बुर मेरी जीन्स में जैसे दब ही गयी थी. ऊपर मैंने एक नेक टॉप पहना हुआ था.
आदित्य की नजर बार बार मेरी जीन्स की जिप और मेरी छाती की उठान को टटोल रही थी.
ऐसा देखकर मुझे भी बहुत अच्छा लगा कि वो मेरी ओर झुकता चला जा रहा है.
मुझे अपनी फिगर पर गर्व हुआ कि मैं भी लड़कों का आकर्षण बन सकती हूं.
फिर मैं रूम पर आ गयी. मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिये और अपनी जवानी को अपने हाथों से प्यार से सहलाया.
कई दिन मैं आदित्य को ऐसे ही अपनी तरफ आकर्षित करती रही. कभी उसकी तरफ झुककर उसे अपनी छाती की गोलाइयां दिखती तो कभी अपनी चूचियों को उससे जानबूझ कर टकरा देती.
मुझे भी काफी अच्छा लग रहा था.
ये सिलसिला ऐसे ही चलता रहा.
उन्हीं दिनों मुझे मेरी दीदी के ब्वॉयफ्रेंड के बारे में पता चला. दीदी मुझे अपने फोन में कभी देखने नहीं देती थी.
एक दिन दीदी का फोन मुझे मिला.
मैंने उनकी सारी चैट पढ़ी तो पता चला कि वो पूरी रण्डी हो चुकी है.
वो 4 लड़कों से बात करती थी. बात यहीं तक सीमित नहीं थी.
व्हाट्सऐप में एक ग्रुप में भी वो शामिल थी. वो 40 साल के आदमियों का ग्रुप था जिसमें वो अपने जिस्म का जलवा बिखेर रही थी. उसके बदन का साइज 34-30-36 था.
अब तो उसकी शादी भी हो गई.
एक बात मैं भी नहीं छुपाऊंगी. मैंने अपने जीजा जी से भी चुदाई करवाई है. उसकी कहानी कभी और शेयर करूंगी.
फिलहाल मैं आपको अपनी पहली चुदाई की कहानी बता दूं.
तो हां, मैंने दीदी की फोन गैलरी में देखा तो उसमें 50 से ज्यादा वीडियो पड़े थे जिसमें वो अलग अलग लड़कों से चुदवा रही थी. किसी किसी में तो दो लड़कों से एक साथ चुदवा रही थी.
ये सब मैंने तुरंत अपने फोन में सेव किया और फिर मौके का इंतज़ार करने लगी।
एक दिन जब दीदी बाथरूम में नहा रही थी तो उनके फोन पर आलोक का मैसेज आया.
उसमें देखा तो पता चला कि उस दिन दीदी ने अपनी सुहागरात का इंतजाम कर रखा था।
ठीक कुछ देर बाद जब दीदी बाहर आई तो उसने अपने फोन में देख कर मुझसे कहा- स्नेहा, आज मेरी क्लासमेट ने अपने घर पर ग्रुप स्टडी प्लान की है, तो आज तुम यहां अरेंज कर लेना. मैं कल सुबह आ जाऊंगी।
मगर दोस्तो, मुझे तो पता था कि ये ग्रुप स्टडी नहीं सुहागरात की तैयारी है.
फिर भी मैंने कुछ नहीं कहा।
मैं सही मौके के इंतजार में थी।
उस रात उसके जाने के बाद मैंने भी पोर्न वीडियो लगाया और अपनी टॉप उतार दी.
उसके बाद अपनी ब्रा भी उतार दी. ब्रा को उतारने के बाद मैं अपनी चूचियों को मसलने लगी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और उसके बाद मैं उठकर बाथरूम में गई.
अंदर जाकर मैंने अपनी पैंटी निकाल दी और नंगी होकर अपनी गुलाबी बुर को सहलाने लगी.
फिर अपनी बुर में मैंने पेंसिल डाल ली और अंदर बाहर करने लगी.
मैं बुर में पेंसिल को आहिस्ता से अंदर बाहर कर रही थी.
उस वक्त मेरी कुंवारी बुर पेंसिल ही संभाल सकती थी. मगर फिर बाद में उसने मेरे बॉयफ्रेंड के 7 इंची लंड को भी संभाला.
सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. मैं स्नेहा 21 साल की एक जवान लड़की हूं और गदराए बदन की मालकिन हूं।
मुझे ऐसा लगता है कि सभी को अपनी पहली चुदाई हमेशा याद रहती है, तो आज मैं अपनी पहली चुदाई का अनुभव आप सभी के साथ बांटना चाहती हूं।
यह मेरी हॉट बुर की पहली सेक्स कहानी है इसलिए आप सभी मुझसे हुई गलती को माफ करें.
बात उस समय की है जब मैं जवानी को छू चुकी थी यानि कि जब मैं 19 साल की होने को थी.
इस कहानी को लड़की की सेक्सी आवाज में सुनें.
मेरे घर में मेरी मां, पापा और हम दो बहनें और एक भाई है. बड़ी बहन शुरूआत से ही शहर में रूम लेकर पढ़ाई कर रही थी. पापा ने पढ़ाई के लिए मुझे भी गांव से शहर दीदी के पास भेज दिया।
शहर आने के बाद मैंने कॉलेज में एडमिशन लिया और तैयारी के लिए कोचिंग में दाखिला ले लिया.
वहीं पहली बार मेरी मुलाकात मेरी सील तोड़ने वाले मेरे आशिक़ से हुई.
उसका नाम आदित्य था. उसका कद 5.10 फीट था और लंड 7 इंच लम्बा और करीबन 3 इंच मोटा था. जबकि मेरी फिगर साइज 32-26-33 का था.
मेरी पढ़ाई शुरू होने के बाद में हम दोनों की दोस्ती बढ़ गई और हम अक्सर पढ़ाई के बाद साथ में अपने रूम पर लौटते.
उसका रूम भी हमारी ही कॉलोनी में था जहां हम रहते थे. बात है 3 साल पहले की जब आदित्य को पहली बार मैंने हवस की नजर से अपनी ओर देखते हुए पाया था.
कारण भी आपको बता देती हूं. दरअसल उस दिन मैंने एक बहुत ही टाइट जीन्स पहनी हुई थी और वो मेरी गांड में ऐसी फंसी थी कि उसने मेरी बुर को भी अलग से उभार दिया था.
उस दिन मुझे कदम रखने में दिक्कत हो रही थी. मेरी बुर मेरी जीन्स में जैसे दब ही गयी थी. ऊपर मैंने एक नेक टॉप पहना हुआ था.
आदित्य की नजर बार बार मेरी जीन्स की जिप और मेरी छाती की उठान को टटोल रही थी.
ऐसा देखकर मुझे भी बहुत अच्छा लगा कि वो मेरी ओर झुकता चला जा रहा है.
मुझे अपनी फिगर पर गर्व हुआ कि मैं भी लड़कों का आकर्षण बन सकती हूं.
फिर मैं रूम पर आ गयी. मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिये और अपनी जवानी को अपने हाथों से प्यार से सहलाया.
कई दिन मैं आदित्य को ऐसे ही अपनी तरफ आकर्षित करती रही. कभी उसकी तरफ झुककर उसे अपनी छाती की गोलाइयां दिखती तो कभी अपनी चूचियों को उससे जानबूझ कर टकरा देती.
मुझे भी काफी अच्छा लग रहा था.
ये सिलसिला ऐसे ही चलता रहा.
उन्हीं दिनों मुझे मेरी दीदी के ब्वॉयफ्रेंड के बारे में पता चला. दीदी मुझे अपने फोन में कभी देखने नहीं देती थी.
एक दिन दीदी का फोन मुझे मिला.
मैंने उनकी सारी चैट पढ़ी तो पता चला कि वो पूरी रण्डी हो चुकी है.
वो 4 लड़कों से बात करती थी. बात यहीं तक सीमित नहीं थी.
व्हाट्सऐप में एक ग्रुप में भी वो शामिल थी. वो 40 साल के आदमियों का ग्रुप था जिसमें वो अपने जिस्म का जलवा बिखेर रही थी. उसके बदन का साइज 34-30-36 था.
अब तो उसकी शादी भी हो गई.
एक बात मैं भी नहीं छुपाऊंगी. मैंने अपने जीजा जी से भी चुदाई करवाई है. उसकी कहानी कभी और शेयर करूंगी.
फिलहाल मैं आपको अपनी पहली चुदाई की कहानी बता दूं.
तो हां, मैंने दीदी की फोन गैलरी में देखा तो उसमें 50 से ज्यादा वीडियो पड़े थे जिसमें वो अलग अलग लड़कों से चुदवा रही थी. किसी किसी में तो दो लड़कों से एक साथ चुदवा रही थी.
ये सब मैंने तुरंत अपने फोन में सेव किया और फिर मौके का इंतज़ार करने लगी।
एक दिन जब दीदी बाथरूम में नहा रही थी तो उनके फोन पर आलोक का मैसेज आया.
उसमें देखा तो पता चला कि उस दिन दीदी ने अपनी सुहागरात का इंतजाम कर रखा था।
ठीक कुछ देर बाद जब दीदी बाहर आई तो उसने अपने फोन में देख कर मुझसे कहा- स्नेहा, आज मेरी क्लासमेट ने अपने घर पर ग्रुप स्टडी प्लान की है, तो आज तुम यहां अरेंज कर लेना. मैं कल सुबह आ जाऊंगी।
मगर दोस्तो, मुझे तो पता था कि ये ग्रुप स्टडी नहीं सुहागरात की तैयारी है.
फिर भी मैंने कुछ नहीं कहा।
मैं सही मौके के इंतजार में थी।
उस रात उसके जाने के बाद मैंने भी पोर्न वीडियो लगाया और अपनी टॉप उतार दी.
उसके बाद अपनी ब्रा भी उतार दी. ब्रा को उतारने के बाद मैं अपनी चूचियों को मसलने लगी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और उसके बाद मैं उठकर बाथरूम में गई.
अंदर जाकर मैंने अपनी पैंटी निकाल दी और नंगी होकर अपनी गुलाबी बुर को सहलाने लगी.
फिर अपनी बुर में मैंने पेंसिल डाल ली और अंदर बाहर करने लगी.
मैं बुर में पेंसिल को आहिस्ता से अंदर बाहर कर रही थी.
उस वक्त मेरी कुंवारी बुर पेंसिल ही संभाल सकती थी. मगर फिर बाद में उसने मेरे बॉयफ्रेंड के 7 इंची लंड को भी संभाला.