वकील (मुजरिम के दोस्त से)- जब अपराधी ने चाकू मारा था उस समय तुम कहां थे?
दोस्त- जी, उस समय मैं दस-पंद्रह कदम दूर था।
वकील - क्या तुमने वो फासला अपने कदमों से नापा था?
दोस्त - जी हां!
वकील- ऐसा करने की तुम्हें क्या जरूरत थी?
दोस्त- क्योंकि, मुझे मालूम था की किसी दिन कोई मूर्ख मुझसे यह प्रश्न पूछेगा।
दोस्त- जी, उस समय मैं दस-पंद्रह कदम दूर था।
वकील - क्या तुमने वो फासला अपने कदमों से नापा था?
दोस्त - जी हां!
वकील- ऐसा करने की तुम्हें क्या जरूरत थी?
दोस्त- क्योंकि, मुझे मालूम था की किसी दिन कोई मूर्ख मुझसे यह प्रश्न पूछेगा।